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आंटी का गैर मर्द के साथ चुदाई का चक्कर


Xxx चीटिंग सेक्स कहानी मेरी आंटी की है. वो शादी से पहले से चालू माल थी. शादी के बाद उसे पति के लंड से मजा नहीं मिला तो उसने मोहल्ले के आवारा लड़के से चूत मरवा ली.

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मेरा नाम प्रीति है. मैं देखने में माधुरी दीक्षित जैसी लगती हूँ.
मैं अन्तर्वासना की बहुत बड़ी फैन हूँ.

आज मैं जो कहानी बताने वाली हूँ वो मेरी आंटी की है.
यह मेरी पहली सेक्स कहानी है Xxx चीटिंग सेक्स की!

मेरी आंटी का नाम रेजिना है. असल वह अंकल की दूसरे बीवी हैं जबकि आंटी की ये पहली मैरिज थी.

उस समय आंटी की उम्र करीब 35 साल की थी. कद करीब 5 फुट 2 इंच और 30-28-34 का लाज़वाब फिगर था.

आगे की कहानी आप मेरी आंटी की जुबानी ही सुनिए.

हैलो, मैं रेजिना, कोल्हापुर से हूँ. मेरी शादी को अभी सिर्फ 6 महीने हुए हैं. मेरा मायका पुणे में है.

मेरी शादी होने से पहले मैंने बहुत लंड लिए हैं. शादी से पहले मैं कम से कम 50 बार चुद चुकी हूँ. इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि मेरे साथ पुणे में कोई शादी करने के लिए क्यों हां नहीं करता था.
इसी के चलते मेरे घर वालों ने मेरी शादी कोल्हापुर में करवाई.

मेरा पति का एक छोटा मोटा बिजनेस है.
उनकी पहली पत्नी से उन्हें एक लड़की और लड़का है.

पति का सुबह से रात तक दारू सिगरेट का कोई ठिकाना नहीं था.

मेरी शादी होने के बाद उन्होंने मेरी दिन रात चुदाई की. लेकिन दारू और सिगरेट की वजह से वह ज्यादा देर टिक नहीं पाते थे. समझो डाला और निकाला जैसी स्थिति थी.

ऐसे ही हम दोनों एक दिन बच्चों के स्कूल जाने के बाद सेक्स कर रहे थे.

उनका पानी दो मिनट में छूटने के बाद मैं चूत को उंगली से हिला रही थी.

तभी हमारे घर के सामने का लड़का मेरे पति को बुलाने के लिए घर में दाखिल हो गया.
उस वक्त उसके सामने मैं चूत में उंगली कर रही थी.

मैं उसको सामने देखकर बौखला गई और उसने भी मुझको देख कर लंड पर हाथ लगा लिया.
वो मुझको चूत में उंगली करते देख रहा था.

मैंने हाथ हटा लिया और अपने ऊपर चादर ले ली.

थोड़ी देर के बाद वो बाहर चला गया.
मैंने नाइट गाउन डाल कर दरवाजा खोला, तो वह बाहर ही था और मेरी तरफ घूर रहा था.

मैंने उससे पूछा- क्या चाहिए था?
उसने कहा- अंकल से काम था.

इतने में मेरे पति आ गए और उससे बात करने लगे.
पति से उसकी बात हो गई और वो चला गया.

पति ने उसके जाने के बाद कहा- आज हम दोनों रात को पार्टी करने वाले हैं. अच्छा सा मटन चिकन बनाओ और बच्चों को जल्दी सुला देना.
ये कह कर पति चले गए.

मैं फट से बाहर जाकर चिकन मटन लेकर आ गई और खाना बनाने लगी.
खाना बनाते समय मैं उसके ख्याल में डूब गई और खाना बनाने लगी.

उसका नाम महेश था. उसकी उम्र 24 साल की थी. वह देखने में एकदम काला डामर जैसा था.
उसके होंठ काफी बड़े थे और उसकी हाइट 5 फुट 8 इंच की थी. अच्छी खासी बॉडी थी.

काम धंधा तो वह कुछ करता नहीं था. बस आवारागर्दी करना, लड़की औरत के साथ छेड़खानी करना, यही सब उसका काम था.

बच्चों को मैंने 8:00 बजे खाना खाकर उनके रूम सोने के लिए बोला और वापस नीचे आ गई.
करीब 9:00 बजे पति घर आ गए और 9:30 बजे महेश आ गया.

वो लाल रंग की टी-शर्ट और लुंगी पहन कर आया था.
मुझको बाद में पता चला कि लुंगी उसने मुझको लंड दिखाने के लिए पहनी थी.

थोड़ी देर की तक उधर की बात करके उन दोनों का दारू सिगरेट और चिकन मटन खाने का प्रोग्राम चालू कर दिया.
मैं वहां पर किचन में सब कुछ देख रही थी.

वे हंसी मजाक कर रहे थे.

मैंने गौर से देखा कि वह मेरे पति को ज्यादा दारू पिला रहा था और खुद कम पी रहा था.
दारू और खाने का दौर 12:00 बजे तक चला था, तो आप समझ सकते हैं कि उसने मेरे पति को बहुत दारू पिला दी थी.

मेरे पति नशे में टल्ली होकर उधर ही लुढ़क कर सो गए.

मैं उधर किचन में साफ सफाई कर रही थी.
वो आहिस्ते से मेरे पीछे आ गया और पीछे से मुझे पकड़ कर किस करने लगा.

मैंने उसको धकेला, मैं नकली गुस्से से बोली- शर्म नहीं आती तुम्हें?

अभी मैं इतना ही बोल पाई थी कि तब तक उसने मेरे मुँह पर अपना हाथ रख दिया.
दूसरे हाथ से उसने मेरा नाइट गाउन फाड़ दिया.

यह सब मेरे साथ पहली बार हो रहा था.
मैं पचासों बार चुद चुकी हूं, लेकिन इतना बेरहमी से मुझको किसी ने नहीं किया.

उसने अपनी लुंगी निकाल दी.
उसका लंड मेरी गांड में चुभ रहा था.

यहां मैं इतनी बड़ी चुदक्कड़ और पति से असंतुष्ट … ऐसे में उसका मोटा लंड मेरी गांड में रगड़ा, तो मुझसे रहा नहीं गया.
मेरी ‘आह … आ…ह …’ निकल गई.

मैंने उसका लंड हाथ में ले लिया. उसका लंड 7 इंच का था.

उसने मुझको किस करना चालू कर दिया.
मैं भी उसके साथ देने लगी.

उसके मोटे होंठ मेरी नाजुक से होंठों को चूस रहे थे.
यह सब लगभग 10-15 मिनट तक चलता रहा था.

उस समय मेरे मुँह से खाली ‘आह … आह उम्म …’ की गर्म आवाजें आ रही थीं.
मुझसे रहा नहीं गया.

मैंने उससे कहा- अब मुँह ही चूसता रहेगा क्या … चूत भी चूस ले भोसड़ी के!
वह बोला- साली बहन की लौड़ी, आज तक मैंने बहुतों को चोदा लेकिन किसी ने मुझको गाली नहीं दी साली रांड!

मैंने कहा- मेरी चूत की मस्ती लेना है तो चूस भोसड़ी के … ज्यादा नाटक करने का नहीं.
वो बोला- नहीं चूसूंगा, तो क्या करेगी?

मैंने कहा- मैं चिल्लाएगी.
उसने हंस कर कहा- साली पक्की रांड है मादरचोद. चूत चुसवा कर ही मानेगी.

मैंने कहा- आह … जैसे तू बिना चूसे मान जाएगा.
वो बोला- साली सब जानती है. पक्की चुदक्कड़ रांड है.

मैंने कहा- अब बातें चोदना बंद कर … और लग जा काम पर हरामी!
वो मेरी चूत चूसने लगा और मैं खड़ी खड़ी उसके मुँह के ऊपर चूत रगड़ने लगी.

उसने मुझे कहा- तू उस दिन अपनी चूत में उंगली क्यों कर रही थी?
मैंने कहा- तुझे मालूम नहीं है क्या?

वो हंसा और बोला- तेरा खसम लुल्ल है. उससे कुछ नहीं बनता है.
मैंने पूछा- मादरचोद, ये दोनों बच्चे किसने पैदा किए थे. उसी के हैं न या किसी और की फसल हैं?

वो हंसा और बोला- ये दोनों औलादें तेरे खसम की ही हैं. पहले वो ठीक था, पण साला अभी गांडू हो गया है.
मैंने कहा- चल अब चूत चाटने में मन लगा.

वह कभी मेरी चूत को काटता था, कभी जीभ अन्दर डालता था.
मेरी चूत से बहुत सारा पानी निकलने लगा. मेरी आंखें बंद होने लगीं ‘आह … उई …’

कुछ 5 मिनट के बाद मेरे हाथ पैर दर्द करने लगे.
मैंने उसके बालों को पकड़ा और उसका मुँह चूत के ऊपर जोर से रगड़ने लगी.

मैं उसको बोलने लगी- आह भोसड़ी के मेरी चूत से पानी आ … रहा है … आह ले ले भोसड़ी के मादरचोद … पी ले … पूरा पानी पी ले!
मैं चूतड़ सिकोड़ कर उसके मुँह में चूत घुसेड़ने लगी.

उसने एक भी बूंद नीचे नहीं गिराई और पूरा का पूरा पानी पी लिया.
मुझको इतना मजा पहली बार मिला था.

मैं उधर ही नीचे बैठ गई और वह खड़ा हो गया.
उसका लंड मेरे मुँह पर सामने था.

उसके लौड़े के आजू-बाजू में बहुत सारे बाल थे. उसने झट से मेरे मुँह के सामने लंड रखा.

मुझे समझने में जरा सी भी देर नहीं लगी कि वह मुझसे लंड चुसवाना चाहता है.
मैंने तुरंत उसके लंड को अपने मुँह में लिया और लंड को लॉलीपॉप के जैसे चूस रही थी.

वो मेरे बाल को पकड़कर बहुत जोर से मेरे मुँह को चोद रहा था.
वो मेरे मुँह में लंड देते हुए बड़बड़ा रहा था- साली कुतिया हरामजादी रांड … चूस लौड़ा भैन की लौड़ी.

वो साला ना जाने क्या-क्या गाली दे रहा था मगर लंड बड़े मस्त अंदाज से मेरे गले तक पेल रहा था.

कुछ 5 मिनट के बाद उसने मुँह को चोदना बंद कर दिया और मेरे ऊपर लेट गया; अपने हाथ से पकड़ कर मेरी टांगें ऊपर की और एक ही झटके में उसने मेरी चूत के अन्दर जोर से लंड घुसा दिया.

मेरी आंखों से तो आंसू आने लगे क्योंकि इतनी बेरहमी से उसने एक ही झटके में लंड अन्दर डाल दिया था.
मेरे मुँह से ‘आह … मर गई आह …’ की आवाज निकल रही थी.

वह भी बिना कुछ सुने बस जोर-जोर से से मुझे चोद रहा था, मेरे मम्मों को चूस रहा था, काट रहा था.

कुछ ही देर बाद मुझे मजा आने लगा और मैं चिल्ला उठी- और जोर … से चू…स मे….रे मम्मे … आ…ह … जो….र से … जो…र से मा…र मे..री फुद्दी … आह!

वो भी मुझे गाली दे रहा था- आह साली रांड भैन के लवड़ी … ले लंड खा.

मैं भी उसका जवाब देती हुई मजा ले रही थी- आह जोर से साले … जोर से पेल भोसड़ी के … आह मां का दूध नहीं पिया क्या मादरचोद … और जोर से चोद!

उस वक्त मुझे इतना ज्यादा मजा आ रहा था कि मेरे मुँह से ना जाने क्या-क्या बातें निकल रही थीं, मुझे कुछ होश ही न था.

वो बोला- रुक रंडी … तेरी पूरी गर्मी निकालता हूं … छिनाल साली बहुत गर्म हो रही है रंडी की जनी.
जोर-जोर से गाली देते हुए वो मेरी चूत मार रहा था.

वो बीस मिनट तक उसी रफ्तार से मुझको चोदता रहा था.
उसके धक्के कम होने की वजह बढ़ते जा रहे थे. किसी जानवर की तरह वो मेरी फुद्दी मार रहा था.

मेरी तो हड्डी पसली एक हो गई थीं.
कमीने का बहुत ज्यादा स्टैमिना था, साला बस चूत बजाए जा रहा था.

मैंने उसके पीठ में मेरे हाथ बढ़ाए और अपने पैरों को उसकी कमर के ऊपर बांध दिए. मैं खुद ऊपर नीचे होने लगी.
मैं उसके होंठों को चूस रही थी.

उसने भी और जोर से धक्के मारने चालू कर दिए और करीब 5 मिनट के बाद उसने अपना लंड चूत से बाहर निकालकर हाथ से हिलाना चालू कर दिया.
उसने मेरे पेट के ऊपर अपने लंड का पानी निकाल दिया.

वो झड़ कर मेरे ऊपर ही लेट गया और मुझे किस करना चालू कर दिया.

हम दोनों साफ़ सफाई करके उधर ही लेट गए.
करीब 3:00 बजे वापस हमने सेक्स किया.
उस रात हमने तीन बार सेक्स किया.

मेरी तो हालत बहुत खराब हो गई थी.
सुबह 5:00 बजे वह अपने घर चला गया.

आज तक मुझको Xxx चीटिंग सेक्स में फुद्दी मरवाने में इतना मजा कभी नहीं आया था.
उसके बाद मेरा और उसका हमेशा के लिए चालू हो गया.

ऐसे ही हम एक बार सेक्स कर रहे थे और देवरानी की लड़की ने देख लिया था.

आगे की सेक्स कहानी में कैसे उसने उसको और मुझे एक साथ चोदा, वो लिखूँगी.
दोस्तो, मैं प्रीति, यह मेरी आंटी की सच्ची घटना है.

आपको Xxx चीटिंग सेक्स कहानी कैसी लगी, मुझको मेल करें.
[email protected]

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